Wednesday, April 30, 2014

जडी-बूटियाँ

वीर्य को पुष्ट करती है सफेद मूसली
वीर्य को पुष्ट करती है सफेद मूसली
(शुक्रवार 4 अप्रैल 2014)     
सफेद मूसली सदियों से हमारे देश में बल पुष्टिकारक के तौर पर जानी जाती है। चीनी जड़ी जिंसेंग की तुलना में सफेद मूसली अधिक गुणकारी है। स्थानीय जड़ी होने के कारण सफेद मूसली जिंसेंग की तुलना में बहुत सस्ती है।
गजब का एंटिबायोटिक- लहसुन
गजब का एंटिबायोटिक- लहसुन
(बुधवार 2 अप्रैल 2014)     
हमारे देश में लहसुन रसोई का अनिवार्य हिस्सा रहा है। इसे चटनी से लेकर बघार तक सभी तरह से इस्तेमाल किया जाता है। तामसिक खाद्य पदार्थ होने के बावजूद इसके औषधियों गुणों के कारण यह आयुर्वेदिक चिकित्सकों का प्रिय है।
सेक्स में अरुचि है, जायफल आजमाएं...
सेक्स में अरुचि है, जायफल आजमाएं...
(मंगलवार 1 अप्रैल 2014)     
आदिवासियों के अनुसार जायफल का चूर्ण तैयार किया जाए और करीब 2 ग्राम चूर्ण में इतनी ही मात्रा की मिश्री मिलाकर प्रतिदिन सुबह शाम फ़ांकी मार ली जाए तो हर्बल जानकारों का मानना है कि यह शरीर को पुष्ट बनाता है।
पैरों की बिवाइयों का देसी आदिवासी इलाज
(सोमवार 31 मार्च 2014)     
पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में देसी नुस्खे सबसे कारगर माने जाते हैं। अधिकांश नुस्खों में किचन में इस्तेमाल हो रहे मसालों से इलाज की सलाह दी जाती है। ये न तो बहुत मंहगे होते हैं और न इनके साइड इफेक्ट्स।
10 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां : दूर करें हर समस्या
10 आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां : दूर करें हर समस्या
(शनिवार 29 मार्च 2014)     
आयुर्वेद में स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के इलाज मौजूद है। ऐसी चीजें जो हमारे आसपास ही हैं लेकिन हमें उनके बारे में जानकारी नहीं है। प्रस्तुत है 10 ऐसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां जो आपको बिना किसी साइड इफेक्ट के स्वास्थ्य लाभ देंगी।
मिर्गी का चमत्कारी इलाज है डीप ब्रेन स्टमयुलाजेशन
(शुक्रवार 28 मार्च 2014)     
मिर्गी का दौरा मरीज की जिंदगी तबाह कर देता है। मरीज के कारण परिवार को आर्थिक संकट के साथ सामाजिक मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में डीप ब्रेन स्टिम्युलेशन थेरेपी एक चमत्कार के तौर पर सामने आई है।
मधुमेह के नियंत्रण का देसी नुस्खा
मधुमेह के नियंत्रण का देसी नुस्खा
(शुक्रवार 28 मार्च 2014)     
मधुमेह पर नियंत्रण के लिए सदियों से पारंपरिकतौर पर स्थानीय आदिवासी इन नुस्खों का इस्तेमाल कर रहे हैं। चिकित्सा विज्ञान भी इनके असर को स्वीकार कर चुका है। पहले से चले आ रहे इलाज को बंद न करें, उन औषधियों के साथ इन नुस्खों को भी आजमाएं। फायदा जरूर होगा।
जोड़ों के दर्द का अचूक इलाज है यह तेल
जोड़ों के दर्द का अचूक इलाज है यह तेल
(गुरूवार 27 मार्च 2014)     
बाजार में मिल रहे कई दर्दनिवारक तेलों की अपेक्षा आदिवासियों द्वारा सदियों से आजमाए जा रहे इस नुस्खे को भी आजमा कर देखें।
जबर्दस्त वाजीकरण नुस्खा है सहजन के फूल और गाय का दूध
जबर्दस्त वाजीकरण नुस्खा है सहजन के फूल और गाय का दूध
(मंगलवार 25 मार्च 2014)     
ड्रगस्टिक्स, मुनगा या सहजन ऐसी वनस्पति है जो जड़ से लेकर पत्ती और फूल तक इंसान के काम आती है। दक्षिण भारत के प्रायः हर भोजन में ड्रमस्टिक्स की मौजूदगी अनिवार्य मानी जाती है। आधुनिक भोजन शैली में सहजन की फलियों को वह स्थान प्राप्त नहीं हे जो उसके औषधीय गुणों के कारण मिलना चाहिए।
नाक से खून बहने का अचूक इलाज
(सोमवार 24 मार्च 2014)     
गर्मियों में अक्सर नकसीर (नाक से रक्त बहने ) की शिकायत होती है। कई लोग घबराकर ऐसे उपाय भी करते हैं जिनसे मरीज को फायदे के स्थान पर नुकसान हो जाता है। घबराइए नहीं क्योंकि देसी जड़ी बूटियों में इसका अचूक इलाज मौजूद है।
माईग्रेन में राहत दिलाए अरहर और कालीमिर्च
(बुधवार 5 मार्च 2014)     
माईग्रेन एक अत्यंत पीड़ा दायक रोग है जिसका माकूल इलाज अब तक नहीं मिल सका है। अरहर और कालीमिर्च के मिश्रण से ऐसा रसायन तैयार होता है जो इस पीड़ादायक दर्द में राहत दिलाता है।
कच्चे आलू का रस वरदान है ऑर्थ्राइटिस के मरीजों के लिए
(मंगलवार 4 मार्च 2014)     
कच्चे आलू के रस में कार्बनिक नमक होता है जो आर्थ्राइटिस के मरीजों के लिए वरदान है।

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